Wednesday, July 26, 2017

  एक राजा की सुनो कहानी

फ़ज़ल इमाम मल्लिक

एक राजा की सुनो कहानी
खूब करे अपनी मनमानी

उसका गोरखधंधा देखो
हर फंदे पर फंदा देखो
अख़बारों के पन्ने पर
सुशासन का रंदा देखो
बचा नहीं है यारों
उसकी आंखों में पानी

हर हाथ को काम नहीं
किसानों को दाम नहीं
ठेके खुले गली-मोहल्ले
भूखे-नंगों को आराम नहीं
पोर-पोर है कर्ज में डूबा
भूखी सोती नानी

सड़कों का यह हाल देखिए
छोटे-बड़े दलाल देखिए
हर ठेके में हिस्सा इनका
माल का यह कमाल देखिए
मौज करें राज-मंत्री
कारिंदे खूब करें बेईमानी

देखो गड़बड़झाला देखो
भ्रष्टाचार हवाला देखो
बाहर सब कुछ उजला है
अंदर काला-काला देखो
सुशासन में खूब चल रहा
चोरी, घूस बेईमानी

एक राजा की सुनो कहानी
खबू करे अपनी मनमानी

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